Wednesday, May 23, 2012
Saturday, May 19, 2012
मेरे प्रिय कान्हा
श्यामा लिखूं , कान्हा लिखूं ,
या गिरधर गोपाला लिखूं ?
हैरान हूँ के आप को इस ख़त में क्या लिखूं ,
ये मेरा पहला प्रेमपत्र पड़कर के आप नाराज़ न होना ,
के आप मेरी ज़िन्दगी है , कान्हा आप मेरे बंदगी है ,
आपको में चाँद कहती थी , उस चांदनी के रौशनी से में ,
अपने आप को सवारती थी ,मगर उसमे भी दाग है ,
आपको सूरज में कहती थी ,मगर उसमे भी आग है ,
आपको इतना ही कहती हूँ की , मुझको आपसे प्यार है ,
आपके नामों से प्यारा इस जग में दूसरा कोई नहीं है ,
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर के आप नाराज़ न होना ,
के आप मेरी ज़िन्दगी है , कान्हा आप मेरे बंदगी है ,
हर पल आपकी याद मुझे सताती है ,
आप दिल के पास है इतने ,फिर भी न जाने क्यूँ ,
ये दूरियां सी लगती है , कान्हा जल्दी से आ जाओ ,
तुम्हारी ही इंतज़ार में हूँ , अगर मर जाऊं तो ,
मेरी रूह भटकेगी , आपके इंतज़ार में ,
ये मेरा पहला प्रेम पत्र पढ़कर के आप नाराज़ न होना ,
के आप मेरी ज़िन्दगी है , कान्हा आप मेरी बंदगी है ।
आपकी प्रिय राधा रानी
~ ~ जय श्री राधे कृष्ण ~ ~
~ ~ सदा बहार ~ ~
Wednesday, May 16, 2012
कृष्ण नाम
मैंने कृष्ण नाम का रट लगाईं रे ,
मन में रट लगाईं रे कृष्ण नाम की ,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे ,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण ,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे ,
राम राम हरे हरे ,
हरे राम हरे राम ,
राम राम हरे हरे ,
मेरे पलकों में कृष्ण ,
मेरे अश्कों में कृष्ण ,
मेरे नैनों में कृष्ण ,
मेरे बांहों में कृष्ण ,
मेरे अंग अंग में कृष्ण है ,
मेरे संग संग में है कृष्ण ,
मैंने मेहँदी रचाई है कृष्ण नाम की ,
मैंने मांग सजाई है कृष्ण नाम की ,
मैंने चुनरी भी ओड़ी है कृष्ण नाम की ,
मैंने नथनी भी पहनी है कृष्ण नाम की ,
मैंने चूड़ी भी पहनी है कृष्ण नाम की ,
मैं कृष्ण की बड़ी प्यारी राजदुलारी हूँ ,
कृष्ण कनहईया गिरधर बंशी बजाईया गोपाला ,
एक बार अपने बंशी की तान सुना दो राधा नाम की ।
~ ~ जय श्री राधे कृष्ण ~ ~
~ ~ सदा बहार ~ ~
Tuesday, May 15, 2012
श्यामा के यादों के अश्क
श्यामा तेरी यादों में जो अश्क बहते है ,
ये मेरे अंग का अनमोल रत्न है ,
इसे में अपने आँखों में समाये रखना चाहूंगी ज़िन्दगी
भर ,अश्क बहार आये अगर तेरी यादों में मोती बनकर ,
उस अश्क को में कभी बहने न दूंगी ,
ये मेरा वादा है !!
दोस्तों इस अनमोल रत्न को अगर कोई संभाल कर
रखे तो उसके ज़िन्दगी में कभी कोई दुःख नाम का चीज़
नहीं रहेगा !!
~ ~ जय श्री कृष्ण ~ ~
~ ~ सदा बहार ~ ~
सबका मालिख एक है
हिन्दू बोले हे भगवान् हरे कृष्ण हरे राम
मुस्लिम बोले अल्लाह - हु - अकबर
सिख बोले वाहे गुरु
इसाई बोले ओह माई गौश
पर दोस्तों अपने अपने भाषाओं में सुबह शाम भगवान्
को याद करते रहो ,यही हमे राह दिखाएँगे , सत्य पथ
पर चलने की , सही विचार करने की , सुख शान्ति
और समृद्धि प्राप्त होगा , हम कहते है की भगवान्
दीखते नहीं , पर आँखें बंद करके उनका नाम लेने पर
भगवान् खुद बा खुद प्रकट होते है , और हम सबके
मन मंदिर में तो वही बसे है एक आत्मा के रूप में ,
इन्ही भगवान् के कारण हमारा शारीर जिंदा है \
सबका मालिख एक है
~ ~ जय श्री कृष्ण ~ ~
~ ~ सदा बहार ~ ~
Monday, May 14, 2012
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