दो अश्क से बनी समंदर , समंदर से बनी सदा बहार ।
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Wednesday, August 15, 2012

हे भारत माँ


सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
आप सभी मित्रों को 66 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें व बधाई
सभी अमर शहीदों और भारत माता को शत् शत् नमन.

हे भारत माँ तुम हमारी आन हो,
तुम ही ने हमारे देश का शान बदाय है,
शहीदों के खून से हमारे देश को माँ तुम ही ने तो रास्ता दिखाया है, 
हे भारत माँ तुम इस मुल्क की जान हो,
ये देश आज अधरम के रास्ते पे जा रहा है, 
66 वें स्वतंत्रता दिवस के नौजवानों का खून अब उन शहीदों के खून से नहीं मिलता है, 
अब इनके खून में भ्रष्टाचारी की बू आने लगी है,
दुनिया अब लालची, 
पापी और भ्रष्टाचारी बनते जा रही है, 
,माँ क्या यही महा प्रलय और कलियुग की राह है ? 
देश के सुपुत्रों का नाम अब कुपुत्रों में बदल गया है,
माँ हम तो एक ही मिटटी और एक ही खून से बने थे,
कोई अलग न था , चंद पैसों के खातिर आज खून भ्रष्टाचारी में बदल गया है, 
इस देश में हज़ारों हस्तियों ने जन्म लिया था, 
जिनकी कथा आज अमर है, 
सभी शहीदों की अरमान आज चूर - चूर हो गया है इस वतन में,ऐसे अमर ज्योति इस दुनिया में दुबारा कभी जन्म न लेंगे क्यूंकि अब पापियों का जन्म होने लगा है, 
शहीदों का खून इस धरती में जहा कही भी गिरा, 
उन शहीदों को अपने आँचल का सहारा दिया है माँ तुने, 
अब इन भ्रष्टाचारी खूनियों को कौन सहारा देगा ? 
क्या माँ तुम यही चाहोगी की तुम्हारे ही भ्रष्टाचारियों संतान तुम्हारे सिने में और तुम्हारे आँचल के तले भ्रष्टाचार का राज करे
नहीं माँ नहीं अब जागो समय आ गया है, 
इन भ्रष्टाचार विरोधियों को दुनिया से ख़तम करने का,
क्यूँकी इन्ही लोगों ने तुम्हारे सीधे साधे संतानों को बेवक़ूफ़ बनाकर भ्रष्टाचारी बना रहे है, 
माँ तुझे सलाम ! जागो भारत माँ जागो,
जय हिंद ! उन शहीदों को मेरा सतः कोटि प्रणाम ! 

सदा बहार 

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