दो अश्क से बनी समंदर , समंदर से बनी सदा बहार ।
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Saturday, September 8, 2012

श्री कृष्ण जी के पुत्र का नाम क्या है ?, क्या श्री भगवान कृष्ण जी के १६००० पत्नियाँ थी?


श्री कृष्ण जी की केवल एक ही पत्नी थी जो की रुक्मणी थी, उनकी २ या ३ या१६००० पत्नियाँ होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. रुक्मणी से विवाह के पश्चात श्री कृष्ण रुक्मणी के साथ बदरिक आश्रम चले गए और १२ वर्ष तक तप एवं ब्रहमचर्य का पालन करने के पश्चात उनका एक पुत्र हुआ जिसका नाम प्रदुमन था. यह श्री कृष्ण के चरित्र के साथ अन्याय हैं की उनका नाम १६००० गोपियों के साथ जोड़ा जाता हैं. महाभारत के श्री कृष्ण जैसा अलोकिक पुरुष , जिसे कोई पाप नहीं किया और पापियों का नाश करने के लिए पृथ्वी पर कभी-कभी श्री कृष्ण जी जन्म लेता हैं.रुकमनी के रूप में राधा जनम लेती है। 

राधा नाम से 
राधा का अर्थ है सफ़लता | यजुर्वेद के प्रथम अध्याय का पांचवा मंत्र, ईश्वर से सत्य को स्वीकारने तथा असत्य को त्यागने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ रहने में सफ़लता की कामना करता है | कृष्ण अपनी जिंदगी में इन दृढ़ संकल्पों और संयम का मूर्तिमान आदर्श थे | पश्चात किसी ने किसी समय में इस राधा (सफ़लता) को मूर्ति में ढाल लिया | उसका आशय ठीक होगा परंतु उसी प्रक्रिया में ईश्वर पूजा के मूलभूत आधार से हम भटक गये, तुरंत बाद में अतिरंजित। 

कल्पनाओं को छूट दे गई और राधा को स्त्री के रूप में गढ़ लिया, यह प्रवृत्ति निरंतर जारी रही तो कृष्ण के बारे में अपनी पत्नी के अलावा अन्य स्त्री के साथ व्यभिचार चित्रित करनेवाली कहानियां शास्त्रो मे गढ़ ली गयीं और यह खेल। 

चालू रहा । महान कृष्ण जी महाराज पर कोई व्यर्थ का आक्षेप न लगाये एवं साधारण जनों को श्री कृष्ण जी महाराज के लिए पुराणों और भागवत में कही 
गयी अनर्गल और मिथ्या बाते जो कृष्ण के चरित्र को कलंकित करती हैं उनका
कोई औचित्य नहीं है। 

जय श्री श्रीला प्रभुपदा महाराज जी की जय हो !! !! 
जय श्री राधे कृष्ण 
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे 
जय श्री कृष्ण हरी हरी बोल 

जय श्री कृष्णा 

सदा बहार